बीकानेर- स्थानीय दवा विक्रेताओं द्वारा सरकारी सेवारत चिकित्सकों द्वारा अपने आवास परिसरों को क्लीनिक का रूप देते हुए खुलवायी गयी दवा दुकानों को बंद करवाने के लिए रोष-प्रदर्शन स्वरूप अपनी-अपनी दुकानें बंद रख जिलाधीश को ज्ञापन सौंपने के कुछ दिन बाद ही बीकानेर व्यापार मण्डल उद्योग मंडल द्वारा भी सरकारी सेवारत चिकित्सकों के आवास परिसरों में दवा दुकाने खोलने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने व घरों में खोली दुकानों को बन्द करवाने के लिए जिलाधीश कुमार पाल गौतम को ज्ञापन सौंपा गया है। मंडल के अध्यक्ष जुगल राठी ने बताया कि बीकानेर में पी.बी.एम. अस्पताल के डॉक्टर अपने घरों में दवा दुकाने खोल कर नैतिकता और सेवा नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। वर्तमान में सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क दवा वितरण योजना के लागू होने व अन्य जन कल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन से दवा का व्यापार कम हो गया है और दुकान संचालन के लिए आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। डाक्टर्स द्वारा सरकारी सेवा में रहते हुए अपने घरों में दवा दुकानों खोल आम दवा विक्रेताओं की कमर ही तोड़ दी है। ऐसे में पी.बी.एम. सहित अन्य सरकारी चिकित्सा सेवा संस्थानों में कार्यरत चिकित्सकों को कानूनी रूप से पाबन्द किया जाए और आम दवा विक्रेताओं को राहत दिलवायी जाए। इस अवसर पर मंडल के अध्यक्ष जुगल राठी के साथ सचिव वीरेन्द्र किराडू, मंडल के संरक्षक परिषद अध्यक्ष अनंतवीर जैन, केमिस्ट नेता महावीर पुरोहित, दिलीप भाई पारिख, सचिन गुप्ता, भंवर सिंह, देवी शंकर व्यास, द्वारका प्रसाद पचीसिया, नरेश मित्तल आदि भी उपस्थित थे।